बड़ी खबर: 'कैप्टन फिर कांग्रेस में...' अमरिंदर सिंह के ये दो ट्वीट्स पढ़ जरूर लें
Punjab Captain Amarinder Singh New News
पंजाब की सियासत चर्चा का विषय बन रखी है और कारण है कांग्रेस में मची उथलपुथल व कैप्टन अमरिंदर सिंह का पार्टी से अलग हो जाना| वहीं, अब कैप्टन अमरिंदर सिंह से जुड़ी एक नई ही खबर सामने आई है| कहा जा रहा है कि कांग्रेस से अलग होने का ऐलान करने वाले कैप्टन फिर से कांग्रेस में जा सकते हैं और कांग्रेस हाईकमान से उनकी बातचीत चल रही है| फिलहाल, कैप्टन के बारे में खबर कुछ भी चले लेकिन उनके मीडिया सलाहकार ने सबकुछ साफ-साफ बता दिया है| इस प्रकार की खबर पर कैप्टन के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल के दो ट्वीट सामने आये हैं|
एक ट्वीट में रवीन ठुकराल ने बताया कि कैप्टन का कहना है कि कांग्रेस के साथ उनकी बातचीत की खबर एकदम गलत है| अब मेल-मिलाप का समय खत्म हुआ .... मैं कांग्रेस से अलग हो चुका हूं और मेरे द्वारा यह फैसला काफी सोच-विचार के बाद लिया गया है और यह अंतिम है। मैं सोनिया गांधी जी के समर्थन के लिए उनका आभारी हूं मगर मैं कांग्रेस में नहीं रहूंगा।
एक दूसरे ट्वीट में रवीन ठुकराल ने बताया कि कैप्टन का कहना है कि 'मैं जल्द ही अपनी पार्टी लॉन्च करूंगा और पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी, अकाली से अलग हुए गुटों और अन्य गुटों के साथ सीटों के बंटवारे के लिए बातचीत करूंगा| कैप्टन ने कहा कि बस एक बार किसानों का मुद्दा सुलझ जाए। मैं पंजाब और यहां के किसानों के हित में एक मजबूत सामूहिक ताकत बनाना चाहता हूं|
हाल ही में की थी चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस ....
बतादें कि, पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी| माना जा रहा था कि कैप्टन इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी नई राजनीतिक पार्टी सबके सामने ला सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ| कैप्टन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी नई राजनीतिक पार्टी की जल्द घोषणा की बात तो कही मगर उन्होंने कहा कि अभी पार्टी का नाम और सिंबल तय नहीं हुआ है| चुनाव आयोग की तरफ सबकुछ फाइनल होने पर हमारी नई राजनीतिक पार्टी आपके सामने होगी| कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उन्होंने ये प्रेस कॉन्फ्रेंस इसलिए बुलाई है ताकि वह बता सकें कि उन्होंने पंजाब के लिए क्या किया है|
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब से जो वादे किये थे उन्हें मैंने निभाया है| मैंने पंजाब की हमेशा तरक्की और खुशी चाही है| और खासकर मैंने पंजाब की सुरक्षा से कोई समझौत नहीं किया है| लेकिन सुरक्षा उपायों को लेकर मेरा मजाक उड़ाया जाता है| कैप्टन ने कहा कि एक तरफ मैं सेना में रहा हूं और मुझे सुरक्षा से जुड़ी मूल बातें पता हैं| वहीं, दूसरी तरफ मैं 9.5 साल पंजाब का गृह मंत्री रहा और इस बीच सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मुद्दे मेरे अधीन थे। कैप्टन ने इस बीच बिना नाम लिए सुखजिंदर रंधावा पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई जो 1 महीने से गृह मंत्री है, ऐसा लगता है कि वह मुझसे ज्यादा जानता है... कैप्टन ने कहा कि पंजाब बहुत मुश्किल दौर से गुजरा है, अब आगे और नहीं.... अब पंजाब परेशान न हो|
सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे ...
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैप्टन ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी का जिक्र करते हुए यह भी साफ कर दिया कि वह सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। चाहें, सीटों के बंटवारे के साथ लड़ें या फिर पूरी तरह से अपने दम पर| पर सभी 117 सीटों पर चुनाव जरूर लड़ा जाएगा| कैप्टन ने कहा कि मैंने पंजाब में सीएम रहते अपने वादों को निभाया है, अब मैं अगले चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हूं| इसके साथ ही सिद्धू को लेकर कैप्टन ने कहा कि खासकर सिद्धू जहां से चुनाव लड़ेंगे, हम मजबूती से उनका सामना करेंगे और सिद्धू को हरायेंगे|
छोड़ी कुर्सी तो कहा अपमानित किया गया ....
पंजाब में चुनाव से पहले यहां कांग्रेस में उठापटक मच गई| कैप्टन और सिद्धू में जमकर तकरार दिखी| इस तकरार में सिद्धू के साथ कांग्रेस के और कई नेता भी दिखे| आलम यह रहा कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया और इसके बाद फिर कैप्टन के हाथ से मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन गई| कैप्टन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देते वक्त कांग्रेस आलाकमान पर जमकर नाराजगी दिखाई| कैप्टन ने कहा कि उनका अपमान हुआ है| वह खुद को आज अपमानित महसूस कर रहे हैं| बतादें कि कैप्टन के ऐसा कहने पर यह कहा जाने लगा था कि कैप्टन अब कांग्रेस में नहीं रहेंगे|
दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था ...
इस्तीफ़ा देने के बाद जब कैप्टन दिल्ली पहुंचे तो उन्होंने यहां भाजपा के वरिष्ठ नेता और ग्रह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की| इस वक्त यह माना जाने लगा कि कैप्टन बीजेपी का दामन थाम रहे हैं| लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं| कैप्टन ने इस बात से साफ इंकार किया और इसी के साथ उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया कि वह अब कांग्रेस में नहीं रहेंगे| जहां उनकी इज्जत नहीं, वहां उनका रहना ठीक नहीं| ध्यान रहे कि, कैप्टन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को "अनुभवहीन" भी बता चुके हैं और नवजोत सिंह सिद्धू को देश और पंजाब के लिए खतरनाक बताया है|